Sunday, May 14, 2023

दसवीं बाद आगे क्या? साइंस कॉमर्स या आर्ट।

 


दसवीं कक्षा के बाद क्या करें ? जो विद्यार्थी आगे पढ़ना चाहते हैं आपके पास हैं  तीन रास्ते (three path) सभी छात्र भ्रमित होते हैं आगे क्या? साइंस कॉमर्स या आर्ट।

बहुत से विद्यार्थी केवल अपने दोस्तों व माता पिता और अध्यापकों के दबाव के कारण एक गलत रास्ता चुनकर अपने कैरियर में जोखिम ले लेते हैं। जिसके कारण कई विद्यार्थी डिप्रेशन में आ जाते हैं तथा कई अपने कीमती जीवन को समाप्त कर लेते हैं। इसलिए दसवीं कक्षा के बाद विद्यार्थियों को अपने सामर्थ्य के अनुसार और रूचि अनुसार विषयों का चुनाव बहुत सोच समझ कर करना चाहिए। क्योंकि आपने कौनसा विषय लिया इसका कोई महत्व नही, महत्व है आपकी सफलता का  

दसवीं कक्षा के बाद कैरियर के तीन प्रमुख विकल्प है

 

1.विज्ञान(science) विज्ञान विषय को लेकर विद्यार्थी मेडिकल और इंजीनियरिंग दो विकल्पों की ओर आगे बढ़ सकता है यदि आप मेडिकल क्षेत्र में जाना चाहता है तो उसे बायोलॉजी, केमिस्ट्री और फिजिक्स विषय को लेना होगा मेडिकल क्षेत्र बहुत विशाल है कैरियर की आपर सम्भावनाएं हैं

दूसरी ओर यदि इंजीनियरिंग क्षेत्र में जाना है तो उसे नॉन मेडिकल में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ  विषय की पढ़ाई करनी होगी

बारहवीं कक्षा के बाद साइंस स्ट्रीम को लेकर आगे बीएससी एमएससी कर सकते हैं तथा शिक्षण कार्य में करियर बना सकते हैं। जिसमें प्राथमिक शिक्षक, विज्ञान व गणित अध्यापक, बायोलॉजी, केमिस्ट्री, फिजिक्स और गणित प्रवक्ता के रूप में तथा महाविद्यालय और विश्वविद्यालय स्तर पर प्रोफ़ेसर के रूप में शिक्षण कार्य कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त आप एक वैज्ञानिक बन सकते हैं जैसे-अंतरिक्ष वैज्ञानिक, कृषि वैज्ञानिक आदि।

 

 

2. कॉमर्स  Enterpreneur वबिजनेस के लिए एक बेहतर विकल्प है यदि आप Economy में रुचि रखते हैं तो कॉमर्स एक अच्छा विकल्प हो सकता है यह आपको चार्टर्ड अकाउंटेंट एमबीए, बैंकिंग क्षेत्र में विकल्प प्रदान करता है। B.com, M.com कर सकते हैं तथा शिक्षण कार्य में करियर बना सकते हैं।

 

 

3. आर्ट/ कला/ मानविकी

जो छात्र क्रिएटिव प्रवृत्ति के होते हैं और मानवता में रुचि रखते हैं। तो आर्ट उनके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है।

आर्ट्स में वैकल्पिक कैरियर की भरमार है। जैसे पुलिस- फ़ोर्स (विशेषकर ग्रामीण प्रवेश के छात्रों के लिए) मीडिया, फैशन डिजाइनिंग, वीडियो निर्माण, मानव संसाधन प्रशिक्षण, वकील, न्यायाधीश, शिक्षकों के रूप में प्राथमिक विद्यालयों में प्राथमिक शिक्षक तथा हाई स्कूल और वरिष्ठ विद्यालयों में विभिन्न विषयों के अध्यापक जैसे हिंदी अध्यापक, पीटीआई, ड्राइंग टीचर, एसएस टीचर तथा विभिन्न विषयों के प्रवक्ता के रूप में कैरियर बना सकते हैं।

 

इसके साथ-साथ महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर के रूप में शिक्षण कार्य कर सकते हैं। आर्ट विषयों के चयन का एक सबसे बड़ा लाभ यह है कि इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, राजनीतिक विज्ञान जैसे विषय प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए यह बेहतर विकल्प प्रदान करते हैं। अतः आप आर्ट विषयों का चयन करके आईएएस आईपीएस तथा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के माध्यम से एक अधिकारी के रूप में समाज की सेवा कर सकते हैं

 

अतः अपने विषय का चुनाव करते समय सबसे पहले देखना है-

अपनी रुचि, अपनी क्षमता ताकि उस विषय में आप दूसरों से बेहतर कर सकें। क्योंकि आज प्रतिस्पर्धा का दौर है जो प्रतियोगी दूसरों से बेहतर करेगा वही सफल होगा। जीवन की सफलता केवल विषय पर निर्भर नहीं करती, आपकी रूचि, क्षमता और सामर्थ्य ऐसे कारण है जो विषयों से ऊपर है।

         Therefore, the first thing to see while choosing your subject is-

Your interest, your ability so that you can do better than others in that subject. Because today is the era of competition, 

the competitor who will do better than others will be successful. The success of life does not depend only on the subject, your interest, ability and capability are the factors which are above the subjects.

No comments:

Post a Comment

11th Geog.solved all lesson

11th Geog.solved all lesson