भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत I ↓↓↓↓
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Class 11 Geography Chapter
1 भूगोल एक विषय के रूप में ashokduhan.bolgspot.com
प्रथम अध्याय 12th Geo सभी पाठों का हल with map
Q.1 नीचे दिये गए चार विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए :-
(i) निम्न में से किस विद्वान् ने भूगोल (Geography) शब्द (Term) का प्रयोग किया?
( क) हेरोडोटस (ख) गैलीलियो (ग) इरेटॉस्थेनिज (घ) अरस्तू ANS. ( ग) इरेटॉस्थेनिज
(ii) निम्न में से किस लक्षण को भौतिक लक्षण कहा जा सकता है?
(क) पतन (ख)
मैदान (ग) सड़क (घ) जल उद्यान
(iii) स्तम्भ क एवं स्तम्भ ख के अंतर्गत लिखे गए विषयों को पढ़िए। स्तम्भ क (प्राकृतिक/सामाजिक विज्ञान) स्तम्भ ख (भूगोल की शाखाएँ)
1. मौसम विज्ञान अ. जनसंख्या भूगोल
2. जनांकिकीय ब. मृदा भूगोल
3. समाजशास्त्र स. जलवायु विज्ञान
4. मृदा विज्ञान द. सामाजिक भूगोल
( क) 1.
ब , 2. स ,
3. अ , 4. द (ख) 1.
द , 2. ब ,
3. स , 4. अ (ग) 1.
अ , 2. द ,
3. ब , 4. स (घ) 1.
स , 2. अ ,
3. द , 4. ब ANS. (घ) 1. स , 2. अ , 3. द , 4. ब
(iv) निम्नलिखित में से कौन - सा प्रश्न कार्य - कारण संबंध से जुड़ा है?
(क) क्यों (ख) क्या (ग) कहाँ (घ) कब
ANS. (क) क्यों
(v) निम्न में से कौन - सा विषय कालिक संश्लेषण करता है?
(क) समाजशास्त्र (ख) मानवशास्त्र (ग) इतिहास (घ) भूगोल
ANS. (ग) इतिहास
Que 2 आप विद्यालय जाते समय किन महत्वपूर्ण सांस्कृतिक लक्षणों का पर्यवेक्षण करते हैं ? क्या वे सभी समान हैं अथवा असमान हैं ? उन्हें भूगोल के अध्ययन में सम्मिलित करना चाहिए अथवा नहीं ? यदि हाँ, तो क्यों ?
ANS. हम विद्यालय जाते समय बस्तियाँ, सड़कें, बाजार, खेत, नहरें, मंदिर, पूजास्थल, आदि महत्वपूर्ण सांस्कृतिक लक्षणों का पर्यवेक्षण करते हैं।
ये सभी असमान हैं।
उन्हें भूगोल के अध्ययन में सम्मिलित करना चाहिए। क्योंकि भूगोल के अध्ययन क्षेत्र में भौतिक पर्यावरण के साथ - साथ मानवीय क्रियाओं के रूप में सांस्कृतिक लक्षणों का अध्ययन किया जाता है। ये सब भूगोल की विषय वस्तु का अभिन्न अंग हैं।
Que 3 आपने एक टेनिस गेंद, क्रिकेट गेंद, संतरा एवं लौकी देखा होगा। इनमें से कौन - सी वस्तु की आकृति पृथ्वी की आकृति से मिलती जुलती है ? आपने इस विशेष वस्तु को पृथ्वी की आकृति को वर्णित करने के लिए क्यों चुना है ?
इनमें से संतरे की आकृति, पृथ्वी की आकृति से मिलती जुलती है।
हमने संतरे को पृथ्वी की आकृति को वर्णित करने के लिए इसलिए चुना है, क्योंकि संतरा भी पृथ्वी की तरह से गोलाकार है तथा ऊपर और नीचे से चपटा है। पृथ्वी भी गोलाकार है तथा ध्रुवों पर थोड़ी - सी चपटी है।
Que 4 क्या आप आपने विद्यालय में वन महोत्सव समारोह का आयोजन करते हैं ? हम इतने पौधारोपण क्यों करते हैं ? वृक्ष किस प्रकार पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखते हैं ?
ANS. हाँ, हम आपने विद्यालय में बरसात के महीनों में वन महोत्सव समारोह का आयोजन करते हैं।
हम इतने पौधारोपण इसलिए करते हैं ताकि वृक्ष पर्यावरण से CO2 (कार्बन डाई ऑक्साइड) का शोषण कर सके तथा वायुमंडल में ऑक्सीजन की मात्रा उपयुक्त बनी रहे। इस प्रक्रिया से वृक्ष पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखते हैं। वृक्ष इस प्रक्रिया के साथ - साथ जड़ों से मृदा को जकड़े रहते हैं तथा पत्तों से वाष्पीकरण करके वर्षा लाने में भी सहायक बने रहते हैं। वृक्ष अनेकों जीव - जंतुओं तथा पक्षियों को आश्रय भी देते हैं।
5 आपने हाथी, हिरण, केंचुए, वृक्ष एवं घास देखा है। वे कहाँ रहते एवं बढ़ते हैं ? उस मंडल को क्या नाम दिया गया है ? क्या आप इस मंडल के कुछ लक्षणों का वर्णन कर सकते हैं ?
ANS. हाँ, हमने हाथी, हिरण, केंचुए, वृक्ष एवं घास आदि को देखा है।
ये सब पृथ्वी पर विद्यमान जैवमण्डल में रहते एवं बढ़ते हैं।
इस मंडल को जैवमण्डल का नाम दिया गया है।
जैवमण्डल के कुछ लक्षण इस प्रकार हैं :-
1. जैवमण्डल पृथ्वी पर स्थलमण्डल, जलमण्डल और वायुमण्डल का मिला - जुला रूप है अर्थात इन तीनों मण्डलों में जहाँ - जहाँ जीवन संभव है, वहाँ - वहाँ जैवमंडल है।
2. जैवमण्डल का विस्तार महासागरों में 9000 मीटर की गहराई तक, स्थल के नीचे 300 मीटर की गहराई तक तथा वायुमण्डल में 5000 मीटर की ऊंचाई तक है।3. जैवमण्डल की सर्वप्रथम संकल्पना लगभग 100 वर्ष पूर्व ऑस्ट्रेलियन भू - वैज्ञानिक एडवर्ड स्वेस ने की थी।
6 आपको अपने निवास से विद्यालय जाने में कितना समय लगता है ? यदि विद्यालय आपके घर की सड़क के उस पार होता तो आप विद्यालय पहुँचने में कितना समय लेते ? आने जाने के समय पर आपके घर एवं विद्यालय के बीच की दूरी का क्या प्रभाव पड़ता है ? क्या आप समय को स्थान या इसके विपरीत, स्थान को समय में परिवर्तित कर सकते हैं ?
ANS. घर से स्कूल जाने में सामान्यत: आधा घण्टा लगता है। यदि विद्यालय घर की सड़क के पार होता तो विद्यालय पहुँचने में केवल कुछ ही मिनट लगते।
अन्य परिस्थितियाँ समान होने की अवस्था में अधिक दूरी तय करने में अधिक समय लगता है। समय को स्थान या स्थान को समय में परिवर्तित नहीं किया जा सकता है।
Que 7 आप अपने परिस्थान (Surrounding) का अवलोकन करने पर पाते हैं कि प्राकृतिक तथा सांस्कृतिक दोनों तथ्यों में भिन्नता पाई जाती है। सभी वृक्ष एक ही प्रकार के नहीं होते। सभी पशु एवं पक्षी जिसे आप देखते हैं भिन्न - भिन्न होते हैं। ये सभी भिन्न तत्व धरातल पर पाए जाते हैं। क्या अब आप यह तर्क दे सकते हैं कि भूगोल प्रादेशिक / क्षेत्रीय भिन्नता का अध्ययन है ?
ANS. हाँ, हम अपने परिस्थान (Surrounding) का अवलोकन करने पर पाते हैं कि प्राकृतिक तथा सांस्कृतिक दोनों तथ्यों में भिन्नता पाई जाती है। सभी वृक्ष एक ही प्रकार के नहीं होते। सभी पशु एवं पक्षी जिन्हें हम देखते हैं भिन्न - भिन्न होते हैं। ये सभी भिन्न तत्व धरातल पर पाए जाते हैं।
ऐसा धरातल पर पाई जाने वाली भौतिक एवं जलवायुविक परिस्थितियों की भिन्नता के कारण होता है। जैसे - भारत के उत्तर में स्थित हिमालय के वृक्ष और जीव - जंतु अधिक वर्षा एवं बर्फबारी से सम्बन्धित हैं, जबकि राजस्थान के जीव - जंतु एवं वनस्पति पर शुष्क मरुस्थलीय जलवायु का प्रभाव स्पष्ट दिखाई देता है।
उपर्युक्त तथ्यों का अध्ययन करने पर हम तर्क दे सकते हैं कि भूगोल प्रादेशिक / क्षेत्रीय भिन्नता का अध्ययन है।
Que 8 आप पहले ही भूगोल, इतिहास, नागरिकशास्त्र एवं अर्थशास्त्र का सामाजिक विज्ञान के घटक के रूप में अध्ययन कर चुके हैं। इन विषयों के समाकलन का प्रयास उनके अंतरपृष्ठ (Interface) पर प्रकाश डालते हुए कीजिए।
ANS. भूगोल, एक समाकलन (Integrating) विषय है, यह भूगोल की आर्थिक क्रियाओं के अध्ययन के लिए अर्थशास्त्र ; समय के ज्ञान हेतू इतिहास ; जनसंख्या संबंधित विशेषताओं हेतू जनांकिकी; फसलों के वितरण व भूमि उपयोग हेतू कृषि विज्ञान ; मानव समुदायों ,उसके सामाजिक – पारिवारिक रीति – रिवाजों आदि के अध्ययन हेतू समाजशास्त्र ; भू – राजनीति, अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्धों, राज्य व्यवस्था आदि के अध्ययन के लिए राजनीति शास्त्र का सहारा लेता है। ashokduhan.bolgspot.com
पृथ्वी की उत्पत्ति और विकास (The Origin and Evolution of the Earth)
Lesson-2
प्रश्न 1 नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए :-
(i) निम्नलिखित में से कौन-सी आकृति पृथ्वी की आयु दर्शाती है? (a) 4.6 मिलियन वर्ष (b) 13.7 बिलियन वर्ष (c) 4.6 बिलियन वर्ष (d) 13.7 ट्रिलियन वर्ष उत्तर - (c) 4.6 बिलियन वर्ष (4.6 अरब वर्ष या 460 करोड़ वर्ष)
(ii) निम्नलिखित में से कौन सा वर्तमान वातावरण के निर्माण या संशोधन से संबंधित नहीं है?
(ii) निम्नलिखित में से कौन सा वर्तमान वातावरण के निर्माण या संशोधन से संबंधित नहीं है?
(a) सौर हवाएं
(b) विभेदन
(c) डीगैसिंग
(d) प्रकाश संश्लेषण
उत्तर - (a) सौर हवाएं
(iii) पृथ्वी पर जीवन वर्तमान से लगभग कितने वर्ष पूर्व प्रकट हुआ था?
(a) 13.7 बिलियन
(b) 3.8 मिलियन
(c) 4.6 बिलियन
(d) 3.8 बिलियन
उत्तर - (d) 3.8 अरब
प्रश्न 2 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए :-
(i) विभेदन की प्रक्रिया से आप क्या समझते हैं?
उत्तर - विभेदन की प्रक्रिया में, भारी पदार्थ केंद्र की ओर और हल्के पदार्थ बाहरी सतह की ओर जमा हो जाते हैं। उदाहरण के लिए, पृथ्वी की उत्पत्ति के समय लोहे और निकल जैसे भारी पदार्थ केंद्र की ओर तथा सिलिका और एल्युमिनियम पृथ्वी की पर्पटी की ओर स्थापित हो गए थे।
(ii) प्रारंभ में पृथ्वी की प्रकृति कैसी थी?
उत्तर - प्रारंभिक काल में, अर्थात लगभग 460 मिलियन वर्ष पूर्व, जब पृथ्वी का जन्म हुआ, तब पृथ्वी गर्म और तरल अवस्था में थी। यह पूरी तरह से निर्जन था, धीरे-धीरे पृथ्वी ठंडी हो गई और इसका ऊपरी भाग स्थलमंडल में ठोस हो गया।
(iii) वे कौन-सी गैसें थीं जिन्होंने सबसे पहले पृथ्वी के वायुमंडल का निर्माण किया?
उत्तर - प्रारंभिक अवस्था में, वायुमंडल विरल था, जो हाइड्रोजन और हीलियम से बना था। प्रारम्भ में जलवाष्प, नाइट्रोजन, कार्बन डाइऑक्साइड (CO2), मीथेन (CH4) तथा अमोनिया आदि वायुमण्डल में अधिक मात्रा में थे। बहुत कम मुक्त ऑक्सीजन थी।
प्रश्न 3 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए:-
i) 'बिग बैंग थ्योरी' पर एक व्याख्यात्मक टिप्पणी लिखिए।
उत्तर - बिग बैंग सिद्धांत 1920 में एडविन हबल द्वारा प्रस्तुत किया गया था। इस सिद्धांत के अनुसार ब्रह्मांड का लगातार विस्तार हो रहा है। इस सिद्धांत को ‘विस्तारित ब्रह्मांड परिकल्पना’ भी कहा जाता है। यह घटना 13.7 अरब साल पहले हुई थी।
इसके अनुसार ब्रह्मांड में आकाशगंगाएं, तारे और ग्रह लगातार एक दूसरे से दूर जा रहे हैं और उनका आकार बढ़ता जा रहा है। जैसे - जब गुब्बारा फुलाया जाता है तो उस पर बने निशान भी बड़े हो जाते हैं और उनके बीच की दूरी बढ़ जाती है।
(ii) पृथ्वी के विकास के चरणों की सूची बनाएं और प्रत्येक चरण को संक्षेप में समझाएं।
उत्तर - पृथ्वी ग्रह शुरू में हाइड्रोजन और हीलियम के पतले वातावरण के साथ एक बंजर, चट्टानी और गर्म वस्तु थी। 4,600 मिलियन वर्षों और वर्तमान के बीच कुछ घटनाएँ-प्रक्रियाएँ रही होंगी, जिनके कारण चट्टानी, बंजर और गर्म पृथ्वी से एक सुंदर ग्रह में परिवर्तन हुआ होगा, जिसमें ग्रह की सतह पर जीवन के विकास के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी और जीवन के अस्तित्व के अनुकूल वातावरण का नेतृत्व किया होगा।
पृथ्वी के विकास के चरण : -
(a) स्थलमंडल (लिथोस्फीयर) का विकास : -
पृथ्वी अपने प्रारंभिक चरण के दौरान ज्यादातर अस्थिर अवस्था में थी। घनत्व में धीरे-धीरे वृद्धि के कारण अंदर का तापमान बढ़ गया है। परिणामस्वरूप अंदर की सामग्री उनके घनत्व के आधार पर अलग होने लगी। इसने भारी सामग्री (जैसे लोहे) को पृथ्वी के केंद्र की ओर और हल्के लोगों को सतह की ओर बढ़ने की अनुमति दी। समय बीतने के साथ यह और अधिक ठंडा हुआ और ठोस होकर एक छोटे आकार में संघनित हुआ। इसने बाद में बाहरी सतह को पपड़ी के रूप में विकसित किया।
(b) वायुमंडल और जलमंडल का विकास : -
माना जाता है कि सौर हवाओं के परिणामस्वरूप हाइड्रोजन और हीलियम के साथ शुरुआती वातावरण को छीन लिया गया था। पृथ्वी के ठंडा होने के दौरान आंतरिक ठोस पृथ्वी से गैसें और जलवाष्प निकले। इसने वर्तमान वातावरण के विकास की शुरुआत की। प्रारंभिक वातावरण में बड़े पैमाने पर जल वाष्प, नाइट्रोजन, कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन, अमोनिया और बहुत कम मुक्त ऑक्सीजन था। जिस प्रक्रिया से गैसों को आंतरिक भाग से बाहर निकाला जाता है, उसे डीगैसिंग कहा जाता है। निरंतर ज्वालामुखीय विस्फोटों ने वायुमंडल में जल वाष्प और गैसों का योगदान दिया। जैसे-जैसे पृथ्वी ठंडी होती गई, जलवाष्प संघनित होने लगी। वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड वर्षा के पानी में घुल गया और तापमान में और कमी आई जिससे अधिक संघनन और अधिक वर्षा हुई। सतह पर गिरने वाला वर्षा जल गड्ढों में एकत्रित होकर महासागरों का निर्माण करता है। पृथ्वी के बनने के 500 मिलियन वर्षों के भीतर पृथ्वी के महासागरों का निर्माण हुआ। यह हमें बताता है कि महासागर 4,000 मिलियन वर्ष पुराने हैं। लगभग 3,800 मिलियन वर्ष पहले, जीवन का विकास शुरू हुआ। हालाँकि, वर्तमान से लगभग 2,500-3,000 मिलियन वर्ष पहले, प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया विकसित हुई। जीवन लंबे समय तक महासागरों तक ही सीमित था। प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया के माध्यम से महासागरों में ऑक्सीजन का योगदान होने लगा। आखिरकार, महासागर ऑक्सीजन से संतृप्त हो गए, और 2,000 मिलियन वर्ष पहले, ऑक्सीजन ने वातावरण में बाढ़ लानी शुरू कर दी।
(c) जीवन की उत्पत्ति : -
पृथ्वी के विकास का अंतिम चरण जीवन की उत्पत्ति और विकास से संबंधित है। निस्संदेह यह स्पष्ट है कि प्रारंभ में पृथ्वी या यहाँ तक कि पृथ्वी का वातावरण भी जीवन के विकास के अनुकूल नहीं था। आधुनिक वैज्ञानिक जीवन की उत्पत्ति को एक प्रकार की रासायनिक प्रतिक्रिया के रूप में संदर्भित करते हैं, जिसने सबसे पहले जटिल कार्बनिक अणुओं को उत्पन्न किया और उन्हें इकट्ठा किया। यह संयोजन ऐसा था कि वे निर्जीव पदार्थ को जीवित पदार्थ में परिवर्तित करके खुद को पुनर्स्थापित कर सकते थे। नीले शैवाल के वर्तमान रूप से निकटता से जुड़ी सूक्ष्म संरचनाएं लगभग 3,000 मिलियन वर्ष से अधिक पुरानी भूवैज्ञानिक संरचनाओं में पाई गई हैं। यह माना जा सकता है कि जीवन लगभग 3,800 मिलियन वर्ष पहले विकसित होना शुरू हुआ।
Geography अर्थ, उद्देश्य और उपागम नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कीजिए
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सूर्य और चंद्र ग्रहण sun $ lunar eclipse कैसे होता है आओ जाने
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पृथ्वी की आंतरिक संरचना -3
1बहुवैकल्पिक प्रश्न : -
(i) निम्नलिखित में से कौन - सा भूगर्भ की जानकारी का प्रत्यक्ष साधन है?
(क) भूकम्पीय तरंगें (ख) गुरुत्वाकर्षण बल (ग) ज्वालामुखी (घ) पृथ्वी का चुंबकत्व
ANS. (ग) ज्वालामुखी
(ii) दक्कन ट्रैप की शैल समूह किस प्रकार के ज्वालामुखी उदगार का परिणाम है?
(क) शील्ड (ख) मिश्र (ग) प्रवाह (घ) कुंड
ANS. (ग) प्रवाह
(iii) निम्नलिखित में से कौन - सा स्थलमण्डल को वर्णित करता है?
(क) ऊपरी और निचले मैंटल (ख) भूपटल और क्रोड (ग) भूपटल और ऊपरी मैंटल (घ) मैंटल और क्रोड
ANS. (ग) भूपटल और ऊपरी मैंटल
(iv) निम्नलिखित में से कौन - सी भूकम्पीय तरंगें चट्टानों में संकुचन और फैलाव लाती हैं?
(क) P तरंगें (ख) S तरंगें (ग) धरातलीय तरंगें (घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
ANS. (क) P तरंगें
Que 2 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए :-
(i) भूगर्भीय तरंगें क्या हैं?
ANS. भूकंप से उत्पन्न तरंगों को भूकंपीय तरंगें कहते हैं। भूकंप की उत्पत्ति के केंद्र से ऊर्जा की विमुक्ति के दौरान भूगर्भीय तरंगें उत्पन्न होती हैं और पृथ्वी के आंतरिक भाग में सभी दिशाओं में चलती हैं। इन्हें कायिक तरंगें / बॉडी वेव भी कहते हैं।
भूगर्भीय तरंगें तीन प्रकार की होती हैं:-
1. पी - प्राथमिक तरंगें,
2. एस – द्वितीयक तरंगें
3. एल - लंबी तरंगें।
(ii) भूगर्भ की जानकारी के लिए प्रत्यक्ष साधनों के नाम बताइए।
ANS.
1. खनन
2. गहरे कुएँ
3. खुदाई पाइपलाइन
4. ज्वालामुखी विस्फोट
5. गहरे समुद्र में ड्रिलिंग
(iii) भूकंपीय तरंगें छाया क्षेत्र कैसे बनाती हैं ?
ANS. पृथ्वी के अंदर का वह क्षेत्र जहां भूकम्पलेखी (सिस्मोग्राफ) पर कोई भूकंपीय तरंग रिकॉर्ड नहीं की जाती है, छाया क्षेत्र या शेडो जोन कहलाता है। भूकंप अधिकेंद्र से 105 डिग्री से 145 डिग्री के बीच का क्षेत्र, जहां कोई भूकंपीय तरंग दर्ज नहीं की जाती है, P और S तरंगों के लिए एक छाया क्षेत्र बनाता है। S तरंगों का छाया क्षेत्र P तरंगों के छाया क्षेत्र से अधिक चौड़ा है, जो पृथ्वी के क्षेत्रफल का 40% से अधिक है। छाया क्षेत्र के बनने से यह सिद्ध होता है कि पृथ्वी का आंतरिक भाग भारी धातुओं से बना है।
(iv) भूकंपीय गतिविधियों के अतिरिक्त भूगर्भ की जानकारी संबंधी अप्रत्यक्ष साधनों का संक्षेप में वर्णन करें।
ANS. भूकम्पीय गतिविधियों के अतिरिक्त पृथ्वी की जानकारी देने के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष साधन निम्नलिखित हैं:-
1. पृथ्वी की विभिन्न परतों का घनत्व
2. चट्टान का दबाव
3. तापमान
4. उल्कापिंडों की रचना
5. गुरुत्वाकर्षण
6. चुंबकीय क्षेत्र।
Que 3 निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए:-
(i) भूकंपीय तरंगों के संचरण का उन चट्टानों पर प्रभाव बताएं जिनसे होकर यह तरंगें गुजरती है।
ANS.
(a) विभिन्न प्रकार की भूकंपीय तरंगों के संचरण के विभिन्न तरीके होते हैं। उदाहरण के लिए, P तरंगों के कंपन की दिशा, तरंगों की दिशा के समानांतर होती है। यह संचरण गति की एक ही दिशा में चट्टानों पर दबाव डालता है। नतीजतन, पदार्थों के घनत्व में अंतर होता है। इनसे चट्टानों में संकुचन और विस्तार की प्रक्रिया होती है।
(b) S तरंगें ऊर्ध्वाधर तल में तरंगों की दिशा के समकोण पर कंपन उत्पन्न करती हैं। इसलिए, वे जिस माध्यम से गुजरती हैं, उसमें उभार और गर्त बनाते हैं।
(c) सतही या धरातलीय तरंगों को सर्वाधिक विनाशकारी माना जाता है।
(ii) अंतर्वेधी आकृतियों से आप क्या समझते हैं? विभिन्न अंतर्वेधी आकृतियों का संक्षेप में वर्णन करें।
ANS. जब लावा धरातल पर पहुँचने से पहले भूपर्पटी के नीचे चट्टानी परतों में जम जाता है, तो विभिन्न प्रकार के रूप बनते हैं, जिन्हें अंतर्वेधी आकृतियाँ कहा जाता है। कुछ महत्वपूर्ण अंतर्वेधी आकृतियाँ इस प्रकार हैं: -
1. बैथोलिथ:- ज्वालामुखी द्वारा उत्पन्न गर्म मैग्मा जब भी भूपर्पटी के अंदर की दरारों में बड़े पिंड और गुंबद के रूप में धरातल पर आने से पहले ठंडा हो जाता है तो ग्रेनाइट से बनी इस आकृति या पिंड को बैथोलिथ कहते हैं। जब ऊपरी पदार्थ को अनाच्छादन (क्षरण) प्रक्रियाओं द्वारा हटा दिया जाता है तो कभी-कभी ये पिंड सतह पर दिखाई देते हैं। उदाहरण के लिए, अमेरिका के यूटा क्षेत्र में स्थित डेविल्स टॉवर राष्ट्रीय स्मारक में स्थित "डेविल्स टॉवर" एक इसी प्रकार की बाथोलिथ चट्टान है।
2. लैकोलिथ:- जब भी गहरी चट्टानों में गर्म मैग्मा समतल या पाइप के आकार की प्रवाह नली में जमा हो जाता है तो इसे लैकोलिथ कहते हैं। इनका आकार सतह पर पाए जाने वाले मिश्रित ज्वालामुखी के गुम्बद जैसा दिखाई देता है। लैकोलिथ अधिक गहराई पर पाए जाते हैं। ग्रेनाइट की चट्टानों से बनी ऐसी अनेक गुंबददार पहाड़ियाँ कर्नाटक के पठार में पाई जाती हैं।
3. लैपोलिथ:- उठते हुए लावा का कुछ भाग क्षैतिज दिशा में जाकर तश्तरी के रूप में जम जाता है तो उसे लैपोलिथ कहते हैं।
4. फैकोलिथ:- जब मैग्मा अपनति और अभिनति के रूप में लहरदार या परतदार आकार में जम जाता है तो इसे फैकोलिथ कहते हैं।
5. सील या सीट:- भेदक आग्नेय शैलों को क्षैतिज तल में चादर के रूप में ठंडा होने को सील या सीट कहते हैं। जमा की मोटाई के आधार पर इसे विभाजित किया जाता है - कम मोटाई के जमा को शीट कहा जाता है और अधिक मोटाई के जमा को सिल कहा जाता है।
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